लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में 2027 का विधानसभा चुनाव लोकतंत्र के लिए ऐतिहासिक और निर्णायक साबित होगा। उन्होंने भाजपा पर सत्ता के नशे में चूर होने और समाज को तोड़ने की साजिशें रचने का आरोप लगाया। कहा कि भाजपा और आरएसएस का एजेंडा नफरत फैलाकर चुनाव जीतना है, और इस षड्यंत्र को रोकने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी समाजवादी पार्टी के युवाओं की है।सोमवार को पार्टी मुख्यालय स्थित डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीति समाज को बांटने और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली है। समाजवादी पार्टी के युवाओं को चाहिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में अभी से जुट जाएं और बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा के अवैध कार्यों और षड्यंत्रों पर पैनी नज़र रखनी होगी और लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए जमीनी स्तर पर संघर्ष करना होगा।बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद संजय लाठर, समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद फहद और प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द गिरि भी उपस्थित रहे।अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर शिक्षा के निजीकरण और महंगी होती पढ़ाई को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का राजनीतिकरण हो रहा है, जिससे गरीब छात्र शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं। योग्यता के अनुरूप नौकरी नहीं मिल रही, बल्कि युवाओं को डिलीवरी ब्वॉय जैसे कार्यों तक सीमित कर दिया गया है। बेरोजगारी चरम पर है और आउटसोर्सिंग के जरिए स्थायी नौकरियों के अवसर छीने जा रहे हैं। 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी कर पिछड़ों और दलितों के साथ अन्याय किया गया। शिक्षामित्र आत्महत्या करने को मजबूर हैं।उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस युवाओं को नफरत की ओर मोड़कर उनका भविष्य अंधकार में डाल रहे हैं। इस माहौल में समाजवादी पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि वे भाईचारे का माहौल बनाएं और समाज को जोड़ने का कार्य करें।पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, बढ़ते अपराधों और प्रशासनिक भ्रष्टाचार पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि महिलाएं असुरक्षित हैं, अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, और कानून का राज खत्म होता दिख रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर समाजवादियों को बदनाम कर रही है और कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे लगवाए जा रहे हैं। उन्होंने आगरा की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा समर्थकों द्वारा खुलेआम तलवारें लहराई गईं और सरकार मूकदर्शक बनी रही।अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार नए-नए कानून बनाकर जनता का ध्यान असल मुद्दों—महंगाई, बेरोजगारी, अन्याय और भ्रष्टाचार—से भटकाना चाहती है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे भाजपा की इन साजिशों से सावधान रहें, जनता को जागरूक करें और अपने आचरण व भाषा में संयम बनाए रखें।
अखिलेश यादव ने जोर देकर कहा कि आगामी चुनाव में समाजवादी पार्टी का मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से नहीं, बल्कि पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) के नैतिक और सामाजिक गठबंधन से होगा। उन्होंने कहा कि पीडीए सबको साथ लेकर चलता है और पीड़ितों, शोषितों, वंचितों और अपमानितों की आवाज है। यह गठबं
2027 का चुनाव लोकतंत्र की परीक्षा, भाजपा की साजिशों को युवा ध्वस्त करेंगे: अखिलेश यादव
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