लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :उत्तर प्रदेश में संगठन विस्तार को लेकर आम आदमी पार्टी ने बड़ा अभियान शुरू करने की घोषणा की है। बुधवार को लखनऊ स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बताया कि 11 जुलाई से पूरे प्रदेश में “हर घर संपर्क अभियान” की शुरुआत की जाएगी। इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश के गांव-गांव तक पार्टी के संगठन को मजबूत करना और जिला पंचायत चुनावों की तैयारी को गति देना है।संजय सिंह ने कहा कि पार्टी पहले ही विभिन्न प्रांतों में कार्यकर्ता सम्मेलन और संकल्प शिविर आयोजित कर चुकी है और अब पूर्वांचल व बुंदेलखंड में संकल्प शिविर बाकी हैं। उन्होंने बताया कि संगठन निर्माण के लिए 101 प्रभारियों की एक टीम गठित की गई है, जिन्हें प्रदेश की सभी 403 विधानसभाओं में संगठन विस्तार का जिम्मा सौंपा गया है। प्रत्येक प्रभारी को चार विधानसभाओं का दायित्व दिया गया है।उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि आम आदमी पार्टी की उपस्थिति यूपी के हर गांव, हर घर तक पहुंचे। यह अभियान केवल संगठन विस्तार नहीं, बल्कि दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के मुद्दों को समझकर, उनके समाधान की दिशा में कदम बढ़ाने की एक व्यापक पहल है।”इस अवसर पर पार्टी के यूपी सह प्रभारी और पूर्व विधायक दिलीप पांडे ने अभियान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह अभियान आम आदमी पार्टी के संगठन निर्माण की सबसे बड़ी पहल है। इसके अंतर्गत 75 जिलों की 403 विधानसभाओं, 826 ब्लॉकों, लगभग 8000 न्याय पंचायतों और 57,000 ग्राम पंचायतों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य तय किया गया है।दिलीप पांडे ने कहा, “हर घर संपर्क अभियान के लिए प्रशिक्षण सत्र में सभी 101 संगठन प्रभारियों को यह बताया गया है कि कैसे वे प्रांतीय सम्मेलन के बाद जिला, विधानसभा, ब्लॉक, नगर पालिका, न्याय पंचायत और ग्राम पंचायत स्तर तक संगठनात्मक बैठकें करें। यह पूरी प्रक्रिया रणनीतिक रूप से तय की गई है।”उन्होंने यह भी बताया कि अभियान की निगरानी के लिए एक अलग मॉनिटरिंग टीम गठित की जाएगी, जो डाटा संकलन, फीडबैक और रिपोर्टिंग का कार्य करेगी। सितंबर के अंतिम सप्ताह तक इस अभियान को पूरा करने की योजना है। इसके बाद सभी संगठन प्रभारियों का सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा और उन्हें प्रमाणपत्र भी प्रदान किए जाएंगे।पार्टी नेताओं के अनुसार यह अभियान सेवा और संघर्ष के सिद्धांतों पर आधारित है, जिसमें कार्यकर्ता न केवल रात्रि प्रवास करेंगे, बल्कि जमीनी मुद्दों से जुड़कर समाधान के लिए प्रयासरत रहेंगे।