लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा वीर महाराणा सांगा के प्रति की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में क्षत्रिय संगठनों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया। सोमवार को उत्तर प्रदेश क्षत्रिय समन्वय समिति के आह्वान पर राजधानी लखनऊ के 1090 चौराहे पर प्रदेशभर से आए हजारों क्षत्रिय कार्यकर्ताओं ने उग्र विरोध प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों ने महाराणा सांगा के सम्मान की रक्षा को लेकर ‘महासंग्राम यात्रा’ निकालने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के उद्देश्य से इस यात्रा को अनुमति नहीं दी। यात्रा के लिए एकत्र हुए सैकड़ों लोगों को पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार होने वालों में प्रमुख रूप से समिति के संयोजक प्रदीप सिंह बब्बू, अवनीश सिंह, भूपेन्द्र सिंह, राकेश रघुवंशी, उमाशंकर सिंह, रमेश रघुवंशी, अजय त्रिपाठी मुन्ना, कृष्ण प्रताप सिंह, धनंजय सिंह राणा, विकास शाही और अमित राजपूत सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल थे।प्रदर्शन में प्रदेश के 25 से अधिक क्षत्रिय संगठनों ने भाग लिया। संयोजक प्रदीप सिंह बब्बू ने कहा, “यह केवल एक जाति का मुद्दा नहीं है, महाराणा सांगा पूरे देश के स्वाभिमान और गौरव के प्रतीक हैं। समाजवादी पार्टी इस विरोध को जातीय रंग देकर राजपूत और दलित समुदाय को आमने-सामने खड़ा करने की कोशिश कर रही है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।”अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवनीश सिंह ने चेतावनी दी कि यदि सांसद रामजीलाल सुमन सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, तो यह आंदोलन पूरे प्रदेश में और अधिक व्यापक होगा। उन्होंने कहा, “यह विरोध अब रुकने वाला नहीं है। जब तक सम्मान की पुनर्स्थापना नहीं होगी, क्षत्रिय समाज सड़कों पर रहेगा।”प्रदर्शन में सम्मिलित प्रमुख संगठनों और उनके प्रतिनिधियों में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उमाशंकर सिंह कुशवाह, युवा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह, राजपूताना शौर्य फाउंडेशन के राममूर्ति सिंह, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी, भारतीय क्षत्रिय समाज के प्रमुख अनिल सिंह, अखंड राष्ट्रवादी पार्टी के लालजी सिंह, माँ करणी सेना के संदीप सिंह, श्रीराम सेवा समिति के श्याम सिंह राठौर, करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरू सिंह, क्षत्रिय महासभा के राघवेंद्र सिंह राजू, राजपूताना महासभा के एके सिंह, क्षत्रिय कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष कृष्ण प्रताप सिंह, युवा क्षत्रिय महासभा सम्पूर्ण भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष करुणेश सिंह, विक्रम बीर सिंह, अमृत सिंह, आदित्य सिंह राणा, जितेंद्र सिंह, अभिषेक सिंह, आशीष सिंह, आलोक सिंह, अजीत प्रताप सिंह, अमरेश सिंह, अरुण सिंह, अरविंद मोहन सिंह, प्रेम प्रकाश सिंह, सुनील सिंह, कार्तिक सिंह, किरण सिंह विक्की, डॉ. एस. पी. सिंह, रघुनाथ सिंह भदौरिया, शिव शंकर सिंह, सर्वेश सिंह, संजीव सिंह, सूरज सिंह, अभिराज सिंह चौहान, बी. एल. सिंह सहित सैकड़ों वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल रहे।1090 चौराहे पर हुए इस विरोध प्रदर्शन ने प्रशासन और सियासत दोनों को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक ओर सामाजिक सौहार्द को बनाए रखने की चुनौती है, वहीं दूसरी ओर वीर शिरोमणि महाराणा सांगा के सम्मान की रक्षा का संकल्प क्षत्रिय संगठनों के लिए अब अस्मिता का प्रश्न बन चुका है।