लाइव सत्यकाम न्यूज;लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बीकानेर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय रेलवे की अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किए गए 103 रेलवे स्टेशनों और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के छह स्टेशनों—सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, स्वामी नारायण छपिया, रामघाट हाल्ट, गोला गोकरननाथ और मैलानी जंक्शन का भी लोकार्पण हुआ। इन स्टेशनों पर स्थानीय स्तर पर भव्य समारोह आयोजित किए गए, जिनमें जनप्रतिनिधियों, रेलवे अधिकारियों, छात्र-छात्राओं और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ रहा है और अब इस दिशा में छह गुना अधिक निवेश कर रहा है। उन्होंने बीते 11 वर्षों में रेलवे, सड़कों, हवाई अड्डों और अन्य परियोजनाओं में हुई प्रगति को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने देश के विभिन्न क्षेत्रों में बन रही उल्लेखनीय परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि रेलवे में अब तक 34000 किलोमीटर से अधिक नई पटरियां बिछाई जा चुकी हैं और सैकड़ों ओवरब्रिज व अंडरब्रिज बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि ब्रॉड गेज लाइनों पर मानव रहित लेवल क्रॉसिंग अब समाप्त हो चुकी हैं, जिससे सुरक्षा में वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनों के जरिए आधुनिक रेल नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। आज वंदे भारत ट्रेनें 70 से अधिक मार्गों पर दौड़ रही हैं और इससे दूरदराज के क्षेत्रों में तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा संभव हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का कार्य भी तेजी से चल रहा है।अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत विकसित हो रहे स्टेशन न केवल आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं बल्कि ये स्थानीय संस्कृति और विरासत का भी प्रतीक बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये स्टेशन अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुके हैं और इनके जरिए भारत की विविध सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने राजस्थान के मंडलगढ़, बिहार के थावे, मध्य प्रदेश के ओरछा, तमिलनाडु के श्रीरंगम, गुजरात के डाकोर और तेलंगाना के बेगमपेट स्टेशनों के उदाहरणों से यह बताया कि रेलवे स्टेशन अब क्षेत्रीय कला, परंपरा और आस्था का प्रतिबिंब बनते जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि ऐसे आधुनिक स्टेशन पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से अपील की कि वे इन स्टेशनों की स्वच्छता और सुरक्षा में भागीदारी निभाएं क्योंकि ये स्टेशन सिर्फ सरकार के नहीं, बल्कि जनता के हैं।इस अवसर पर उन्होंने बीकानेर से मुंबई के लिए एक नई ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अपने संबोधन के अंतिम हिस्से में प्रधानमंत्री ने 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा की गई तीव्र प्रतिक्रिया की चर्चा की और कहा कि देश अब आतंकवाद को सहन नहीं करेगा। उन्होंने इसे नए भारत की नीति और संकल्प बताया।लखनऊ मंडल के जिन स्टेशनों का उद्घाटन हुआ, वहां अलग-अलग स्थानों पर जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों की उपस्थिति में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्वामी नारायण छपिया स्टेशन पर केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह, विधायक प्रभात कुमार वर्मा, ब्लॉक प्रमुख अनिल पासवान सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सिद्धार्थनगर में सांसद जगदम्बिका पाल, विधायक श्यामधनी राही एवं मंडल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल शामिल हुए। गोला गोकरननाथ, बलरामपुर, मैलानी और रामघाट हाल्ट स्टेशनों पर भी क्षेत्रीय नेताओं, महापौरों और वरिष्ठ रेल अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुए।इन सभी स्टेशनों पर स्कूली बच्चों, भूतपूर्व सैनिकों, रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्यों, स्थानीय नागरिकों और मीडिया प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर अमृत भारत स्टेशन योजना से संबंधित लघु फिल्में प्रदर्शित की गईं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ‘मेरा अमृत स्टेशन’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ विषय पर आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम पूरे उत्साह और गौरव के साथ संपन्न हुआ।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत छह स्टेशनों का लोकार्पण, प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया उद्घाटन
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