लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ : मंडलायुक्त लखनऊ एवं नगर आयुक्त गौरव कुमार के निर्देश पर बुधवार को सरोजनीनगर तहसील अंतर्गत ग्राम अमौसी में एक सख्त और सुनियोजित अभियान चलाकर करोड़ों रुपये मूल्य की सरकारी भूमि को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। नगर निगम और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न की।इस अभियान का नेतृत्व नगर निगम की अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह द्वारा गठित विशेष टीम ने किया। ग्राम अमौसी स्थित गाटा संख्या 806 च (9.611 हेक्टेयर) की भूमि, जो राजस्व अभिलेखों में ऊसर दर्ज है और नगर निगम की संपत्ति है, उस पर कुछ स्थानीय लोगों द्वारा 0.126 हेक्टेयर क्षेत्र में नींव भराई, सीमेन्टेड दीवार और अस्थाई निर्माण के जरिये कब्जा जमाने की कोशिश की जा रही थी।नगर निगम के संपत्ति प्रभारी अधिकारी संजय यादव के समन्वय में तहसील सरोजनीनगर के तहसीलदार अरविंद पांडेय, नायब तहसीलदार रत्नेश कुमार, नगर निगम के राजस्व निरीक्षक अविनाश चंद्र तिवारी, लेखपाल अजीत तिवारी, राहुल यादव और तहसील के लेखपाल संजय शुक्ला की टीम ने जेसीबी मशीन की मदद से अवैध निर्माण को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई के दौरान सरोजनीनगर थाने की पुलिस और नगर निगम की ईटीएफ टीम भी मौके पर मौजूद रही, जिससे पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सकी।प्रशासन ने बताया कि यह भूमि एक शासन-स्वीकृत परियोजना के लिए चिह्नित है। कार्रवाई के दौरान कब्जाधारियों ने विरोध की कोशिश की, लेकिन प्रशासनिक टीम ने पूरी सूझबूझ से हालात को नियंत्रित रखा और सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त कराया।इस कार्रवाई में परियोजना के लिए 3.036 हेक्टेयर भूमि को पुनः प्रशासन के नियंत्रण में लाया गया, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये बताई गई है। यह अभियान न केवल सरकारी संपत्ति की रक्षा के लिहाज से अहम रहा, बल्कि प्रशासन की तत्परता और दृढ़ता का भी उदाहरण बन गया।नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि ऐसी अतिक्रमण विरोधी कार्रवाइयाँ आगे भी लगातार जारी रहेंगी। आम जनता से अपील की गई है कि वे सरकारी भूमि पर किसी प्रकार का अवैध कब्जा या निर्माण न करें, अन्यथा उनके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अवैध कब्जे पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई, अमौसी में करोड़ों की सरकारी भूमि को अतिक्रमण से कराया गया मुक्त
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