Homeराज्यउत्तर प्रदेशजलशक्ति मंत्री स्वतन्त्र देव सिंह ने फ्लड फाईटिंग कार्य का किया निरीक्षण

जलशक्ति मंत्री स्वतन्त्र देव सिंह ने फ्लड फाईटिंग कार्य का किया निरीक्षण

लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ : उत्तर प्रदेश जलशक्ति मंत्री स्वतन्त्र देव सिंह एवं प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग अनिल गर्ग ने आज जनपद बिजनौर पहुंचकर चौधरी चरण सिंह, मध्य गंगा बैराज जनपद बिजनौर के बायें अफलक्स बंध पर प्रगतिरत फ्लड फाईटिंग कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी जसजीत कौर सहित जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के विभागाध्यक्ष, प्रमुख अभियन्ता (परिकल्प एवं नियोजन), प्रमुख अभियन्ता (परियोजना) सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

जलशक्ति मन्त्री द्वारा संबंधित अधिकारियों को इस अवसर पर निर्देश दिये गये कि युद्धस्तर पर फ्लड फाईटिंग का कार्य आगे भी कराते रहें एवं तटबंध को मजबूती प्रदान करते रहे तथा इसकी सतत निगरानी रखें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता न बरती जाये। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, एनएचएआई, स्थानीय जनमानस, पी०डब्ल्यू०डी०, खनन विभाग, वन विभाग सहित अन्य सभी विभागों ने मिलकर दिन-रात कार्य कराते हुये तटबंध को फ्लड में बचाया, यह बहुत सराहनीय है और सभी बधाई के पात्र है।

इस मौक़े पर जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि 07 सितंबर,2025 को गंगा नदी द्वारा अपना मार्ग परिवर्तित करते हुये लगभग 500 मीटर बायीं ओर बायें अफलक्स बंध के कि0मी0 6.400 से कि०मी० 6.900 के मध्य कटान शुरु कर दिया, जिससे मध्य गंगा वैराज के आऊटफ्लैंक होने की सम्भावना तथा जनपद बिजनौर के आबादी क्षेत्र एवं समीपस्थ लगभग 25 ग्रामों में बाढ़ का गम्भीर खतरा उत्पन्न हो गया।

सिंचाई विभाग द्वारा तत्काल बायें अफलक्स बंध की सुरक्षा के लिए युद्धस्तर पर फ्लड फाईटिंग का कार्य आरम्भ किया गया। तत्काल तटबंध को बचाने के लिए युद्धस्तर पर दिन-रात फ्लड फाईटिंग का कार्य आरम्भ कराया गया। जिसमें 06 नं० पोकलेन, 07 नं० जे०सी०बी०, 03 नं० डोजर एवं ग्रेडर, 40 नं० डम्पर, 60 नं0 ट्रैक्टर एवं लगभग 400 श्रमिक प्रतिदिन लगाये गये।

उन्होंने बताया कि बायें अफलक्स बंध के कटने की सम्भावना को देखते हुये अफलक्स बंध में सैट बैंक में मिट्टी भराव का कार्य प्रारम्भ कराया गया तथा फ्लड फाईटिंग के अन्तर्गत ई०सी० बैग, जियो बैग, नायलॉन केट, बोल्डर, वायर केट, बल्ला स्टड/पाईलिंग एवं परकूपाईन, आदि का प्रयोग किया गया। जिसको पूर्ण कराने तथा तटबंध को सुरक्षा प्रदान कराने में मुख्य अभियन्ता, मध्य गंगा, पूर्वी गंगा, गंगा, ओखला हेडवर्क्स, अफजलगढ़ सिंचाई खण्ड धामपुर, पूर्वी गंगा नहर निर्माण खण्ड-4, खण्ड-6, के अधिशासी अभियन्ता व अन्य स्टाफ द्वारा भरपूर सहयोग किया गया।

जिला प्रशासन एवं सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों अशोक कुमार सिंह, प्रमुख अभियन्ता (परि० एवं नियो०), सोरण सिंह, प्रमुख अभियन्ता (परियोजना) एवं मुख्य अभियन्ता के०एम० कंसल, शरद कुमार सिंह व ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, सिंचाई विभाग के मार्गदर्शन में बन्धे पर सैट बैंक बनाते हुये वर्तमान में बंधे को सुरक्षित कर लिया गया है।

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