लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ : मल्लाही टोला में नगर निगम की भारी लापरवाही के चलते एक युवक की जान चली गई। यह घटना नगर निगम की प्रशासनिक विफलता और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता को उजागर करती है। इस दर्दनाक घटना पर कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने नगर निगम प्रशासन और महापौर सुषमा खर्कवाल की कार्यप्रणाली पर जमकर निशाना साधा और उन्हें इस त्रासदी का जिम्मेदार ठहराया, महापौर का उनके अपने ही दल के पार्षदों के साथ समन्वय नहीं है , आपस में खींचतान का दुष्परिणाम है कि सुरेश लोधी की जान चली गई ।
कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुरेश लोधी की मौत किसी हादसे की नहीं, बल्कि नगर निगम की अकर्मण्यता और लापरवाह कार्यशैली की देन है। उन्होंने इस घटना को बेहद निंदनीय और शर्मनाक करार देते हुए कहा कि लखनऊ जैसे महानगर में आम नागरिकों की जान की कोई कीमत नहीं बची है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ नगर निगम का आखिरी सामान्य सदन अगस्त 2024 में हुआ था, और उसके बाद पिछले 10 महीनों से कोई आम सदन नहीं बुलाया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि नगर निगम में किसी प्रकार की जनहित योजना या विकास कार्य पर कोई गंभीर चर्चा या निर्णय नहीं लिया जा रहा है।
मुकेश सिंह चौहान ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र, प्रदेश और नगर निगम—तीनों जगह भाजपा की सरकार होने के बावजूद, आज भाजपा के ही पार्षदों को नगर निगम प्रशासन और महापौर के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति भाजपा के आंतरिक मतभेदों और असफल नेतृत्व की परिचायक है, जिसकी कीमत आम जनता को भुगतनी पड़ रही है।
पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने नगर निगम से मृतक सुरेश लोधी के पीड़ित परिवार के सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपया देने की मांग की है, उन्होंने कहा है कि नगर निगम शीघ्र ही पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी दे और आगे के जीवन के लिए 50 लाख मुआवजा दे ।मल्लाही टोला में नगर निगम की भारी लापरवाही के चलते एक युवक की जान चली गई। यह घटना नगर निगम की प्रशासनिक विफलता और जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता को उजागर करती है। इस दर्दनाक घटना पर कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने नगर निगम प्रशासन और महापौर सुषमा खर्कवाल की कार्यप्रणाली पर जमकर निशाना साधा और उन्हें इस त्रासदी का जिम्मेदार ठहराया, महापौर का उनके अपने ही दल के पार्षदों के साथ समन्वय नहीं है , आपस में खींचतान का दुष्परिणाम है कि सुरेश लोधी की जान चली गई ।
कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुरेश लोधी की मौत किसी हादसे की नहीं, बल्कि नगर निगम की अकर्मण्यता और लापरवाह कार्यशैली की देन है। उन्होंने इस घटना को बेहद निंदनीय और शर्मनाक करार देते हुए कहा कि लखनऊ जैसे महानगर में आम नागरिकों की जान की कोई कीमत नहीं बची है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ नगर निगम का आखिरी सामान्य सदन अगस्त 2024 में हुआ था, और उसके बाद पिछले 10 महीनों से कोई आम सदन नहीं बुलाया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि नगर निगम में किसी प्रकार की जनहित योजना या विकास कार्य पर कोई गंभीर चर्चा या निर्णय नहीं लिया जा रहा है।
मुकेश सिंह चौहान ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र, प्रदेश और नगर निगम—तीनों जगह भाजपा की सरकार होने के बावजूद, आज भाजपा के ही पार्षदों को नगर निगम प्रशासन और महापौर के खिलाफ प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति भाजपा के आंतरिक मतभेदों और असफल नेतृत्व की परिचायक है, जिसकी कीमत आम जनता को भुगतनी पड़ रही है।
पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने नगर निगम से मृतक सुरेश लोधी के पीड़ित परिवार के सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपया देने की मांग की है, उन्होंने कहा है कि नगर निगम शीघ्र ही पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी दे और आगे के जीवन के लिए 50 लाख मुआवजा दे ।


