लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :लखनऊ में बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में विशाल बाइक रैली निकाली। रैली शाम 5:00 बजे राणा प्रताप मार्ग स्थित हाइडल फील्ड हॉस्टल से प्रारंभ होकर राणा प्रताप मार्ग, सुभाष चौक, कैसरबाग, लाल बाग ,जीपीओ , हजरतगंज होते हुए अशोक मार्ग पर शक्ति भवन आकर एक सभा के रूप में समाप्त हो गई।
रैली में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पावर कार्पोरेशन प्रबंधन की अमानवीय दमनकारी कार्यवाहियों के लिए कड़ी निंदा की। उल्लेखनीय कि पावर कार्पोरेशन प्रबंधन ने शक्ति भवन मुख्यालय पर चिलचिलाती धूप में क्रमिक अनशन पर बैठे बिजली कर्मियों की बिजली काट दी है, शक्ति भवन के दरवाजे बन्द कर पानी और शौचालय की सुविधा रोक दी है। इसके साथ ही क्रमिक अनशन पर बैठे बिजली कर्मियों की वीडियोग्राफी कराकर उन्हें डराने धमकाने की कोशिश की जा रही है। बड़े पैमाने पर संविदा कर्मियों को निकला जाना और फेशियल अटेंडेंस के नाम पर वेतन रोकने के उत्पीड़न की कार्यवाही पहले से ही जारी है।
संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि बिजली कर्मियों की एकता से खींझे हुए प्रबंधन की इन निम्न हरकत की गतिविधियों से बिजली कर्मी डरने वाले नहीं है। बाइक रैली में यह संकल्प व्यक्त किया गया कि निजीकरण के विरोध में यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक निजीकरण का फैसला वापस नहीं लिया जाता।
शनिवार को प्रदेश के अन्य जनपदों और परियोजनाओं पर निजीकरण के विरोध में जोरदार विरोध प्रदर्शन किए गए। विरोध प्रदर्शनों का दौर कल भी जारी रहेगा। कल क्रमिक अनशन में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अंतर्गत आगरा, अलीगढ़, मथुरा, एटा, झांसी, बांदा क्षेत्रों के बिजली कर्मी और अभियन्ता सम्मिलित होंगे।
शक्ति भवन पर क्रमिक अनशन के दूसरे दिन आज मुख्यतया पी एस बाजपेई, आर एस मिश्र, कपिल मुनि, भोला नाथ झा, रजत कुशवाहा, सचिन कुमार द्विवेदी, अमित श्रीवास्तव ,आशीष त्रिपाठी , आशीष भारती,शुभम शुक्ल, अरविंद कुमार, के के अवस्थी, नीरज कुमार तिवारी, लवकुश कुमार, सम्मिलित हुए
लखनऊ में विशाल बाइक रैली निकाली गई
प्रबंधन के दमनकारी रवैया से प्रदेश भर में बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा