लखनऊ ,लाइव सत्यकाम न्यूज। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अंतर्गत ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तीन दिवसीय क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन आज 21 अप्रैल से लखनऊ के होटल सेंटरम, अंसल, सुशांत गोल्फ सिटी में आरंभ हुआ। कार्यशाला का आयोजन 23 अप्रैल तक किया जाएगा।इस कार्यशाला का शुभारंभ प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल की उपस्थिति में तथा प्रमुख सचिव डॉ. हरि ओम की अध्यक्षता में किया गया। उद्घाटन सत्र में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कौशल विकास योजनाओं की महत्ता को रेखांकित किया और युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।प्रमुख सचिव डॉ. हरि ओम तथा मिशन निदेशक अभिषेक सिंह ने अपने प्रस्तुतीकरण में योजना की प्रमुख उपलब्धियों और भावी रणनीतियों को साझा किया। इसके पश्चात तकनीकी सत्रों की श्रृंखला शुरू हुई, जिनमें परियोजना आरंभ, प्रशिक्षण केंद्र संचालन, कौशल पंजी एवं कौशल भारत पोर्टल के माध्यम से अभ्यर्थी प्रबंधन, हेल्पडेस्क प्रणाली, निरीक्षण प्रक्रिया, ऑन-जॉब ट्रेनिंग और मूल्यांकन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही वित्तीय मॉड्यूल, च्थ्डै, नियोजन, प्लेसमेंट प्रबंधन एवं क्क्न्.ळज्ञल् 2.0 की रूपरेखा भी साझा की गई।कार्यशाला के द्वितीय दिन (22 अप्रैल) को भी तकनीकी सत्रों की पुनरावृत्ति की जाएगी। इसमें फील्ड स्तर पर सामने आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों पर चर्चा और ओपन फीडबैक सेशन आयोजित किया जाएगा, ताकि सहभागी अपने अनुभव साझा कर सकें। साथ ही फाइनेंस मॉड्यूल, च्थ्डै की राज्य स्तरीय नोडल टीम, और प्लेसमेंट प्रबंधन जैसे विषयों पर विशिष्ट सत्र होंगे।
23 अप्रैल को कार्यशाला के अंतिम दिन उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की योजनाओं की समग्र रूपरेखा पर विचार-विमर्श होगा। शॉर्ट टर्म स्किलिंग में छब्टज् की भूमिका, पोर्टल प्रबंधन, प्रशिक्षण, निरीक्षण और मूल्यांकन संबंधी सत्रों के अतिरिक्त “इंडस्ट्री प्रैक्टिसेस” नामक विशेष सत्र में टाटा टेक्नोलॉजीज़ और डसॉल्ट सिस्टम्स जैसी प्रमुख कंपनियों के विशेषज्ञ प्रशिक्षणार्थियों को उद्योग जगत की वर्तमान आवश्यकताओं और संभावित सहयोग के अवसरों से अवगत कराएंगे।कार्यशाला के समापन पर फीडबैक सत्र और समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रतिभागियों की प्रतिक्रियाएं और सुझावों के आधार पर आगे की दिशा तय की जाएगी।
ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तीन दिवसीय क्षमता वर्धन कार्यशाला शुरू
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