Homeशिक्षाइंटीग्रल बिजनेस स्कूल में  बिजनेस लीडर्स कॉन्क्लेव का समापन

इंटीग्रल बिजनेस स्कूल में  बिजनेस लीडर्स कॉन्क्लेव का समापन

नवाचार, नेतृत्व और संस्कृति का उत्कृष्ट संगम

लाइव सत्यकाम न्यूज, लखनऊ: इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के इंटीग्रल बिजनेस स्कूल (IBS) द्वारा आयोजित प्रथम बिजनेस लीडर्स कॉन्क्लेव के दूसरे दिन का समापन विचारोत्तेजक चर्चाओं, नेतृत्व पर विमर्श और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच भव्य रूप से संपन्न हुआ।

यह आयोजन इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के संस्थापक एवं कुलाधिपति प्रो. एस. डब्ल्यू. अख्तर तथा अतिरिक्त कुलाधिपति श्री सैयद अदनान अख्तर के आशीर्वाद से संपन्न हुआ, जिनके दूरदर्शी मार्गदर्शन से संस्थान निरंतर शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार की दिशा में अग्रसर है।
दिन की शुरुआत पैनल डिस्कशन 4 से हुई जिसका विषय था “ब्रिजिंग द गैप: फॉस्टरिंग इंडस्ट्री–अकाडेमिया कोलैबोरेशन टू ड्राइव इनोवेशन एंड सस्टेनेबल ग्रोथ”। इस सत्र में प्रमुख वक्ताओं — यावर अली शाह, सह-संस्थापक एवं सीईओ, एएमए हर्बल ग्रुप; श्री नोमान खान, रीजनल डायरेक्टर, लुलु ग्रुप (तेलंगाना, उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली); रूपम टंडन, इन्वेस्टमेंट बैंकर, स्टार्टअप सलाहकार एवं स्वतंत्र निदेशक; तथा प्रो. ज्योति भार्गव, प्रमुख एवं डीन, नेशनल पी.जी. कॉलेज, लखनऊ — ने भाग लिया।
पैनल ने उद्योग और शिक्षा जगत के बीच सहयोग को मजबूत बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे नवाचार, कौशल विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिल सके।

इसके बाद आईआईएम लखनऊ के निदेशक प्रो. एम.पी. गुप्ता द्वारा प्रेरणादायक मुख्य वक्तव्य 2 दिया गया। उन्होंने नेतृत्व परिवर्तन, डिजिटल नवाचार और स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) को भविष्य की व्यवसायिक सफलता के प्रमुख स्तंभ बताया।

उसके पश्चात विवेक लाधानी, निदेशक, एसएलएमजी बेवरेजेस एवं एंजल इन्वेस्टर, ने मुख्य वक्तव्य 3 प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने उद्यमी अनुभव साझा करते हुए नवाचार, निवेश और सतत विकास आधारित व्यवसायिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।

आगे के सत्रों में पैनल डिस्कशन 5, जिसका विषय था “बिजनेस इन ए फ्रैगमेंटेड वर्ल्ड”, में वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के बीच व्यवसायिक रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया, तथा पैनल डिस्कशन 6, “आर्किटेक्ट्स राउंडटेबल ऑन रेज़िलिएंस बाय डिज़ाइन”, में संकट-प्रबंधन और टिकाऊ वास्तुकला की भूमिका पर चर्चा हुई।
शैक्षणिक सत्रों के पश्चात “द ब्राउन हार्ट” नामक डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन किया गया, जिसने सामाजिक और पर्यावरणीय संवेदनाओं को खूबसूरती से प्रस्तुत किया।

सांध्यकालीन कार्यक्रम में फैशन शो “आरंभ: व्हेयर ट्रेडिशन मीट्स ट्रेंड्स” ने परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम प्रस्तुत किया। इसके बाद ग़ज़ल नाइट्स का आयोजन हुआ, जिसमें प्रसिद्ध गायक श्री मोहम्मद वक़ील — जिन्होंने “आया तेरे दर पे दीवाना” जैसे लोकप्रिय गीत गाकर श्रोताओं के हृदय में विशेष स्थान बनाया है — ने अपनी मधुर गायकी से वातावरण को सुरमय बना दिया।

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