लखनऊ। राज्यपाल महामहिम आनंदी बेन पटेल के आह्वान पर नवयुग कन्या महाविद्यालय, लखनऊ में आयोजित “पढ़ेगा महाविद्यालय, बढ़ेगा महाविद्यालय” कार्यक्रम ने शिक्षा और सामाजिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस आयोजन में न केवल छात्राओं ने एक घंटे तक पुस्तक पढ़ने में भाग लिया, बल्कि नशा मुक्ति अभियान और दहेज मुक्ति अभियान की शपथ भी ली।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्या, समस्त शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। प्राचार्या प्रो.मंजुला उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा, “शिक्षा के बिना सामाजिक कुप्रथाओं जैसे नशा और दहेज का उन्मूलन असंभव है। यह महाविद्यालय इस दिशा में अपने संकल्प को लगातार मजबूत कर रहा है।”
शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया और उनके साथ मिलकर नशा मुक्ति अभियान तथा दहेज मुक्ति अभियान की शपथ ली। उनका योगदान इस आयोजन की सफलता और सामूहिक प्रयास का प्रतीक बना।
लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा इस ऐतिहासिक मुहिम का नेतृत्व किया गया। यह आयोजन शिक्षा के महत्व को रेखांकित करने के साथ-साथ सामूहिक प्रयास और सामाजिक सुधार का प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करता है।