लखनऊ : जिलाधिकारी विशाख जी द्वारा बताया गया कि जनपद को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त करने के लिए शहर के 13 मुख्य चौराहों पालीटेक्निक चौराहा, आईजीपी चौराहा, अवध चौराहा, हजरतगंज चौराहा, चारबाग चौराहा, हुसैनगंज चौराहा, बर्लिंग्टन चौराहा, भूतनाथ चौराहा, फिनिक्स मॉल चौराहा, लालबत्ती चौराहा, तेलीबाग चौराहा, इंजीनियरिंग कॉलेज चौराह और अलीगंज चौराहे पर, नगर निगम, प्रोबेशन कार्यालय की संयुक्त टीम लगाकर सिग्नल्स पर भिक्षावृत्ति करने वालों की सतत् निगरानी करते हुए उनकी काउंसलिंग करके उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे है। जिलाधिकारी द्वारा चौराहे पर पहुंच कर निगरानी कर रही टीम के साथ संवाद किया गया। टीम द्वारा बताया गया कि इस चौराहे पर 2-4 भिक्षावृत्ति करते मिले थे। जोकि काकोरी और गोसाईगंज के रहने वाले थे। टीम द्वारा बताया गया कि जबसे निगरानी की जा रही है तब से सिग्नल्स पर भिक्षावृत्ति करने वालो की संख्या में काफी कमी आ गई है। मेन रोड पर भिक्षावृत्ति करने वालो में काफी कमी आई है। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि अन्य क्षेत्रों जहां पर भिक्षावृत्ति की जानकारी प्राप्त हो रही है वहां पर भी निगरानी करना सुनिश्चित किया जाए। टीम अन्य क्षेत्र के चौराहों को रेंडमली चिन्हित करते हुए औचक निगरानी करते हुए बाल भिक्षावृत्ति पर अंकुश लगाए। उक्त के साथ ही चारबाग बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन के आस पास भी सघन निगरानी की जाए। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए की स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से भिक्षावृत्ति करने वाले लोग जो रेलवे स्टेशन में रहते है, उनकी काउंसलिंग करते हुए उनको रैनबसेरे में शिफ्ट कराना सुनिश्चित कराए। उन्होंने कहा कि किसी भी सिग्नल पर भिक्षावृत्ति करते हुए या सामान बेचते हुए बच्चे मिले तो उनको चिन्हित करते हुए उनको ट्रैक किया जाए कि वह कहां से आते है और उनके परिवारों की काउंसलिंग करते हुए उनको सरकारी की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जाए।
सत्यापन के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने हुसैनगंज और बर्लिंग्टन चौराहे का निरीक्षण किया
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