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व्यापक जनहित में बिजली के निजीकरण के प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग

सत्यकाम न्यूज डिजिटल डेस्क,लखनऊ : विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश की लखनऊ में हुयी। बैठक के बाद शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि कार्यक्रमों के क्रम में 27 फरवरी, 28 फरवरी और 01 मार्च को प्रदेश भर में विरोध सभायें की जाएंगी।03 मार्च को ट्रांजैक्शन कन्सल्टेंट नियुक्त करने हेतु बिड खोलने के विरोध में बिजली कर्मी समस्त जनपदों और परियोजना मुख्यालयों पर भोजनावकाश के दौरान विरोध सभा करेंगे।राजधानी लखनऊ में शक्तिभवन पर विरोध सभा की जाएगी। लखनऊ की विरोध सभा में लखनऊ स्थित समस्त कार्यालयों के बिजली कर्मी सम्मिलित होंगे। 04 मार्च, 05 मार्च, 06 मार्च एवं 07 मार्च को प्रदेश भर में जन-जागरण हेतु विरोध सभाओं का क्रम जारी रहेगा।08 मार्च, 2025 को लखनऊ में संघर्ष समिति के सभी घटक श्रम संघों/सेवा संगठनों के केन्द्रीय पदाधिकारियों एवं समस्त जनपदों/परियोजनाओं के संयोजक/सहसंयोजक की बैठक होगी जिसमें निजीकरण के विरोध में। अगले चरण के कार्यक्रम घोषित किये जायेंगे। संघर्ष समिति ने माननीय मुख्यमंत्री जी पर अपना पूर्ण विश्वास जताते हुए उनसे अनुरोध किया है कि व्यापक जनहित में बिजली के निजीकरण के प्रस्ताव को निरस्त किया जाए जिससे बिजली कर्मी प्रदेश की जनता को निर्बाध विधुतआपूर्ति सुनिश्चित करने में लग रहे।

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