लखनऊ :ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए बाहरी अनाधिकृत व्यक्तियों एवं दलालों द्वारा आम जनमानस का शोषण किए जाने संबंधित शिकायतों का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी लखनऊ विशाख जी0 ने दलालों के विरुद्ध कड़ा अभियान चलाते हुए आर टी ओ कार्यालय और आसपास की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि परिवहन विभाग के द्वारा कुल 53 सेवाएं ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है और इसमें जो अधिकांश सेवाएं वह जनता से जुड़ी हुई सेवाएं है, जिसका लाभ लेने के लिए जनता का कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है। यहां तक कि लर्निंग लाइसेंस और रिन्यूअल के लिए आवेदन हेतु भी कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है व्यक्ति स्वयं ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकता है।परन्तु बार बार ऐसी शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने या अन्य सेवाओं के लिए कुछ दलालों द्वारा जनता का शोषण किया जाता है। जिसके लिए आज आर टी ओ कार्यालय के पास स्थित एक कॉम्प्लेक्स का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान दलाल प्रवृति के लोग अपनी अपनी दुकानों के शटर बंद कर के भागते मिले। मौके पर चौकी ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस द्वारा कई लोगों से पूछताछ भी की गई। जिसमें से एक व्यक्ति जो अनाधिकृत कार्य करने और कराने में संलिप्त पाया गया के विरुद्ध आर टी ओ द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने हेतु ट्रांसपोर्ट नगर चौकी में तहरीर दी गई है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर को कॉम्प्लेक्स में स्थित सभी दुकानों के जन सेवा केंद्र के लाइसेंस चेक करने के निर्देश दिए गए। पूरे कॉम्प्लेक्स में किसी भी दुकान में जन सेवा केंद्र के लिये लाइसेंस नहीं पाया गया। सभी दुकानों अनाधिकृत तौर पर चलती पाई गई। अनाधिकृत कॉम्प्लेक्स के विरुद्ध लखनऊ विकास प्राधिकरण फायर सेफ्टी की टीम ने भी जांच करके कॉम्प्लेक्स को सील कर दिया।
इसके बाद जिलाधिकारी ने आर टी ओ कार्यालय के आस पास के क्षेत्र और कार्यालय परिसर का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि ड्राइविंग लाइसेंस के लिए जब फोटो आइडेंटिफिकेशन के लिए जिस स्थान पर लोग आते है वहां के सीसीटीवी कैमरों की एक सप्ताह की फुटेज को पुलिस प्रशासन को उपलब्ध कराया जाए। पुलिस प्रशासन द्वारा फुटेज से रेगुलर बेसिस पर परिसर में आने वाले बाहरी लोगों को चिन्हित करके कार्यालय परिसर में उनका प्रवेश वर्जित किया जाए एवं जनता ऐसे लोगों से सावधान रहे इस संबंध में प्रचार प्रसार किया जाए। साथ ही निर्देश दिए कि ऐसे व्यक्तियों से सावधान रहने हेतु और किस प्रकार से आवेदन किए जाए उसके बारे वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार होर्डिंग बैनर और सोशल मीडिया के माध्यम से जनता को जागरूक कराया जाए।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी नगर पूर्वी, डीसीपी साउथ श्री निपुन अग्रवाल, उपजिलाधिकारी सरोजनीनगर डॉ सचिन वर्मा, अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय श्री अंकित कुमार, आरटीओ प्रशासन, एआरटीओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।