लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह का जीवन दर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक और प्रेरणादायक है जितना कि उनके समय में था। उन्होंने समाज को न केवल संगठित किया बल्कि सत्य, धर्म और न्याय के मार्ग को प्रशस्त किया। हमें उनके आदर्शों का अनुसरण और अनुकरण करने के साथ ही उन्हें आत्मसात करने की आवश्यकता है। गुरु गोबिंद सिंह ने अपने जीवन में राष्ट्र की सेवा और सामाजिक समरसता को सर्वोपरि रखा और यही कारण है कि आज भी वे देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।रविवार को राजधानी लखनऊ में 7-कालिदास मार्ग स्थित उप मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में गुरु गोबिंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें उप मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब से प्रत्येक वर्ष 30 मार्च को गुरु गोबिंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाएगा, जो समाज में राष्ट्रीय एकता, अखंडता, मानवाधिकारों की रक्षा और सामाजिक न्याय के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और समाज की सेवा प्रत्येक नागरिक का नैतिक दायित्व है और इसके प्रति समर्पण भाव हर व्यक्ति में झलकना चाहिए।समारोह के दौरान उप मुख्यमंत्री ने लखनऊ की सुश्री कीर्ति सिंह, सरदार परविंदर सिंह और अंबेडकरनगर के धर्मवीर सिंह बग्गा को प्रशस्ति पत्र और एक-एक लाख रुपये की सम्मान राशि प्रदान कर सम्मानित किया। इन विभूतियों ने समाज में उल्लेखनीय योगदान दिया है और अपने कार्यों से समाज को एक नई दिशा दी है। लखनऊ के सरदार परविंदर सिंह को गरीब और शोषित लोगों को नि:शुल्क विधिक सहायता प्रदान करने और अल्पसंख्यक समुदायों में सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया गया। अंबेडकरनगर के धर्मवीर सिंह बग्गा ने 20 वर्षों में 1000 से अधिक कन्यादान किए, लावारिस कोविड मृतकों का अंतिम संस्कार किया, नि:शुल्क सैनिटाइजर और मास्क का वितरण किया तथा नियमित लंगर सेवा के साथ कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया। लखनऊ की सुश्री कीर्ति सिंह को नि:शुल्क रक्तदान, चिकित्सा शिविरों का आयोजन, पर्यावरण संरक्षण, विधिक परामर्श शिविरों के माध्यम से मानवाधिकारों की रक्षा और साम्प्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किया गया।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने गुरु गोबिंद सिंह के जीवन और उनके बलिदानों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे केवल सिख समाज के नहीं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने निडरता, समानता और न्याय के जो सिद्धांत स्थापित किए, वे हमें राष्ट्रभक्ति और सामाजिक समरसता की ओर प्रेरित करते हैं। गुरु गोबिंद सिंह ने अपनी शिक्षाओं से समाज को एक नई दिशा दी और उनकी शिक्षाएं आज भी हमें सत्य और न्याय के मार्ग पर अडिग रहने की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने कहा कि समाज की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए हर नागरिक को सजग और सतर्क रहना होगा। देश की एकता के साथ खिलवाड़ करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी ऐसा तत्व नजर आए, तो तत्काल उचित प्लेटफॉर्म पर सूचना दी जानी चाहिए ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ का जिक्र करते हुए योग के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) की थीम ‘एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य के लिए योग’ रखी गई है, जिससे पूरी दुनिया को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने की दिशा में कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत ने वसुधैव कुटुंबकम की भावना को अपनाते हुए पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखा है और आपदाओं के समय सबसे पहले सहायता पहुंचाने का कार्य किया है। हाल ही में थाईलैंड और म्यांमार में आई आपदाओं के दौरान भारत ने त्वरित राहत पहुंचाई, जिससे पूरी दुनिया में भारत की छवि और मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है और आतंकवाद-नक्सलवाद अब अपने अंतिम चरण में है।उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में समृद्ध और सशक्त हो रहा है। राष्ट्रीय एकता के बल पर ही प्रदेश महाकुंभ जैसे भव्य आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कर सका। उन्होंने कहा कि हम सभी को देश की रक्षा में एक सैनिक की तरह तत्पर रहना चाहिए और अगर कोई भी समाज या देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करता है तो हमें सतर्क रहकर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को इसकी जानकारी देनी चाहिए।इस अवसर पर सिख समाज की ओर से उप मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। समारोह में अपर मुख्य सचिव (राष्ट्रीय एकीकरण विभाग) नव्व जितेंद्र कुमार ने गुरु गोबिंद सिंह के विचारों से प्रेरणा लेकर समाज में एकता, प्रेम और शांति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और प्रेस प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
गुरु गोबिंद सिंह का जीवन दर्शन आज भी प्रासंगिक: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
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