लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में आयोजित ‘मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह’ को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा को संस्कारों, तकनीक और खेल से जोड़ना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2020 में लागू राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सकारात्मक परिणाम धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। पिछले आठ वर्षों में प्रदेश की माध्यमिक और स्कूली शिक्षा की तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है।मुख्यमंत्री ने परीक्षा प्रणाली पर भी अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि परीक्षा छात्रों के आकलन का माध्यम होनी चाहिए, जो उनमें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता विकसित करे। उन्होंने सभी छात्रों को प्रधानमंत्री की पुस्तक ‘एग्जाम वारियर’ पढ़ने की सलाह दी और इसका उपयोग शिक्षा परिषद द्वारा बढ़ावा देने की बात कही।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 122 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया। साथ ही 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेलों में स्वर्ण पदक विजेताओं को ‘मुख्यमंत्री विद्यालयी खेल पुरस्कार’ प्रदान किए। माध्यमिक शिक्षा विभाग, टाटा नेल्को और जापानी कंपनी यास्कावा के बीच ड्रीम लैब की स्थापना के लिए एमओयू भी हुआ, जिसका उद्देश्य छात्रों को डिज़ाइन, रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग के आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 163 करोड़ रुपये है।मुख्यमंत्री ने प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा परिषद के हालिया परीक्षाफल का जिक्र करते हुए बताया कि इस वर्ष हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों परीक्षाओं में बालिकाओं का परिणाम बालकों की तुलना में बेहतर रहा है। हाईस्कूल में बालिकाओं का पास प्रतिशत 93.87 जबकि बालकों का 86.66 है। इंटरमीडिएट में भी बालिकाओं का परिणाम अधिक रहा। टॉप मेरिट में बालिकाओं की संख्या अधिक है। मेरिट सूची में आने वाले छात्रों को नकद पुरस्कार, टैबलेट, मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।खेलों के क्षेत्र में भी प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन किया। 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के 363 खिलाड़ियों ने 179 पदक जीते, जिनमें 51 स्वर्ण, 46 रजत और 82 कांस्य पदक शामिल हैं। पदक विजेताओं को प्रदेश सरकार की ओर से नगद पुरस्कार भी दिए गए।संस्कृत शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद का नया भवन बनना शुरू हुआ है, जिसमें आधुनिक लाइब्रेरी और प्रशिक्षण सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही प्रोजेक्ट अलंकार के तहत कई सरकारी बालिका इंटर कॉलेजों के नए भवनों का शिलान्यास भी हुआ है। संस्कृत शिक्षा के छात्रों के लिए छात्रावास और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछली सरकारों के समय प्रदेश की बेसिक और माध्यमिक शिक्षा जर्जर स्थिति में थी, नकल प्रचलित थी और कानून व्यवस्था खराब थी। वर्तमान सरकार ने पारदर्शिता, निष्पक्षता और कड़ाई से सुधार कर शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाया है। आज परीक्षा केन्द्रों में सीसीटीवी और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं तथा परीक्षाएं तेजी से संपन्न होती हैं।उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में 8 लाख से अधिक युवाओं को पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी मिली है, जिनमें 12 हजार से अधिक बेटियां पुलिस में भर्ती हुई हैं। आगामी 15 जून को पुलिस भर्ती पत्र वितरण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने माता-पिता, गुरुजनों और समाज के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी रखें तथा सरकारी संपत्ति की सुरक्षा करें। उन्होंने विश्वास जताया कि ये छात्र प्रदेश और देश के विकास में अपना नाम उज्जवल करेंगे।इस समारोह में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, विधायक अम्बरीश कुमार, मुकेश शर्मा, उमेश द्विवेदी, अविनाश सिंह, रामचन्द्र सिंह प्रधान, मानवेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी, शिक्षक, अभिभावक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी वर्चुअल माध्यम से जुड़ी थीं। विभिन्न जिलों में भी समान कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा, खेल और संस्कारों को जोड़ने पर दिया जोर, मेधावी छात्रों का सम्मान किया
RELATED ARTICLES