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नवयुग कन्या महाविद्यालय में सम्मान समारोह

लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ : राजेंद्र नगर नवयुग कन्या महाविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग एवं एनसीसी विंग के संयुक्त तत्वावधान में, आज को महेंद्र कौर सोढ़ी स्मृति परिचर्चा एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया I जिसमें ” कृत्रिम बुद्धिमत्ता और शिक्षा का भविष्य ( AI से कैरियर और पढ़ाई के अवसरों पर चर्चा)”- विषय पर परिचर्चा एवं महाविद्यालय की उन आठ छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा 2024-25 में आयोजित सेमेस्टर परीक्षा में दर्शनशास्त्र विषय में 75 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित किए I

परिचर्चा में अतिथि वक्ता के रूप में प्रोफेसर विनोद चंद्र प्राचार्य जय नारायण मिश्रा पीजी कॉलेज, लखनऊ तथा प्रोफेसर मुकुल श्रीवास्तव पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय उपस्थित रहे I कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने की तथा संयोजन विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र एवं एनसीसी अधिकारी मेजर (डॉ.) मनमीत कौर सोढ़ी ने किया तथा संचालन प्रोफेसर संगीता कोतवाल ने किया I

सम्मानित होने वाली छात्राओं में सेमेस्टर 6 में दो पेपर में 94 प्रतिशत एवं 86 प्रतिशत अंक प्राप्त करने हेतु अंशी गुप्ता, उर्वशी सिंह को दो पेपर में 86 तथा 84 प्रतिशत अंक तथा सेमेस्टर वन में दो पेपर में 75 एवं 76 प्रतिशत अंक अर्जित करने हेतु आराधना प्रत्येक को ₹1100 का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया I इसके अतिरिक्त सेमेस्टर 6 में 77% अंक प्राप्त करने हेतु आस्था लोधी, सेमेस्टर 1 में 75% अंक अर्जित करने हेतु अनन्या तिवारी, 82% अंक अर्जित करने हेतु सहरीन फातिमा तथा 75% अंक प्राप्त करने के लिए आंचल सोनी प्रत्येक को रुपए 1000 का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया I एनसीसी कैडेट सीनियर अंडर ऑफिसर पलक गुप्ता को सत्र 2024-25 में शत प्रतिशत उपस्थिति हेतु रुपए 1000 का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया I

छात्राओं के साथ ही उनके अभिभावकों
में श्रीमती प्रतिभा गुप्ता, मिस निधि सिंह, नीलिमा तिवारी, पप्पी, पूनम सोनी, मोहम्मद दिलशाद, श्रीमती कंच तथा सुषमा गुप्ता आदि को भी प्रशस्ति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया I ये विशेष समारोह एवं नगद पुरस्कार मेजर (डॉ.)मनमीत कौर सोढ़ी द्वारा अपनी माता स्वर्गीय श्रीमती महेंद्र कौर सोढ़ी जी की जन्म दिवस की स्मृति में विगत ग्यारह वर्षों से प्रदान किया जा रहा है I

प्रोफेसर विनोद चंद्र ने अपने संबोधन में कहा कि सफलता के दो बिंदु होते हैं,- लगन और बुद्धिमत्ता जो इन दोनों के मध्य संतुलन बनाना जानते हैं वही सफल होते हैं I कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रयोग वर्तमान में बढ़ता जा रहा है हमें स्वयं ही तय करना होगा कि इसका किस सीमा तक तथा कैसे इस्तेमाल करें I हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि तकनीक का अर्थ ईश्वर प्रदत्त क्षमताओं का प्रयोग ना कर केवल कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर निर्भर होना नहीं है I

प्रोफेसर मुकुल श्रीवास्तव ने विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान तकनीकी दौर में सोशल मीडिया के प्रभाव में हर व्यक्ति है और सोशल मीडिया पर जो भी जानकारी दी जाती है वह डेटा के रूप में वह बाजार में बेचा जा रहा है I उन्होंने सोशल मीडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दोनों के लाभ और हानियां पर विस्तार से चर्चा की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोल रहा है अर्थात करियर की संभावनाएं बन रही हैं लेकिन फिर भी इसमें चुनौतियां भी कम नहीं है इसलिए आज के युवाओं को स्मार्ट और कुशल बनना होगा I

प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी सम्मानित होने वाली छात्राओं तथा उनके अभिभावकों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें जीवन में इसी प्रकार से लक्ष्य केंद्रित होकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया तथा जन्मदिवस की स्मृति के उपलक्ष में छात्राओं को नगद पुरस्कार से सम्मानित करने जैसे पुनीत कार्य की प्रशंसा की I विषय पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान के तकनीकी दौर में समय के अनुसार नहीं चलने वाले हर क्षेत्र में पीछे रह जाएगा इसलिए तकनीक का समझदारी से प्रयोग करना चाहिए I शिक्षा का भविष्य वही होगा जिसमें तकनीक और मानवीय संवेदनशीलता का संतुलन रहेगा I उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि एक ध्येय निश्चित करके निरंतरता से उस पर बढ़ना चाहिए I

कार्यक्रम संयोजक मेजर डॉ.मनमीत कौर सोढ़ी ने सभी का औपचारिक स्वागत करते हुए विषय प्रवर्तन में कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता का विषय अत्यंत प्रासंगिक है , यह एक ऐसी तकनीक है जो मशीनों को मनुष्य की तरह सोचने और निर्णय लेने की क्षमता देती है I यह आज की सबसे प्रभावशाली तकनीक है जो न केवल उद्योग और व्यवसाय बल्कि शिक्षा प्रणाली को भी गहराई से बदल रही है जिससे व्यक्तिगत सीखना संभव हो गया है और भाषा अनुवाद जैसी सुविधाओं ने शिक्षा को और भी सरल और सुलभ बना दिया है I

परंतु चुनौतियों को देखते हुए आवश्यकता इस बात की है कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शिक्षक का रिप्लेसमेंट नहीं बल्कि सपोर्टिव टूल माने I
कार्यक्रम का सफल संचालन प्रोफेसर संगीता कोतवाल ने किया I
इस अवसर पर प्रोफेसर ऋचा शुक्ला, प्रो. अर्चना सिन्हा, प्रो. सुषमा त्रिवेदी, डॉ नेहा, डॉ सुनीता, डॉ विनीता, डॉ आभा, डॉ गीताली, मिस ऐश्वर्या रायपुर, ललिता पांडे , डॉ चनप्रीत कौर समेत बड़ी संख्या में प्रवक्ताएँ, छात्राएं एवं एनसीसी कैडेट्स उपस्थित रहे I
राष्ट्रगान एवं भारत माता की जय के उद्घोष के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ I

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