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लखनऊ में सेवा और समर्पण का भव्य उत्सव, महापौर सुषमा खर्कवाल के दो वर्षों की सफल जनसेवा को समर्पित कार्यक्रम में दिखा नगर विकास का संकल्प

लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :राजधानी में शनिवार को एक भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें लखनऊ नगर निगम की महापौर सुषमा खर्कवाल के दो वर्षों के सफल कार्यकाल का उत्सव सेवा और समर्पण कार्यक्रम के रूप में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मनाया गया। यह आयोजन न केवल एक प्रशंसा समारोह था, बल्कि लखनऊ के सतत विकास, स्वच्छता, नवाचार और जनभागीदारी के नए मानक प्रस्तुत करने का संकल्प भी था।कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा, राज्यसभा सांसद एवं पूर्व महापौर डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व सांसद कौशल किशोर, एमएलसी मुकेश शर्मा, विधायक योगेश शुक्ला, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, वरिष्ठ नेता नीरज सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, पार्षदों, अधिकारियों और नागरिकों की उपस्थिति रही।कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप रानी अहिल्याबाई होलकर की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से की गई। मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत प्रतीक चिन्ह, अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ भेंटकर किया गया। इस गरिमामयी अवसर पर नगर निगम की दो वर्षों की विकास यात्रा पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ और एक विशेष स्मारिका का विमोचन भी किया गया।अपने संबोधन में महापौर सुषमा खर्कवाल ने इस सफलता को सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताते हुए सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, पार्षदों और लखनऊवासियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लखनऊ को स्वच्छ, सुंदर और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि यह पद सेवा का माध्यम है, और यह यात्रा चुनौतियों के बावजूद प्रेरणादायक रही है। उन्होंने शिवरी कूड़ा निस्तारण प्लांट, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, लखनऊ स्मार्ट ऐप और सीसीटीवी निगरानी जैसे कार्यों की जानकारी दी और कहा कि नगर निगम तकनीक और नवाचार के माध्यम से शहर को साफ-सुथरा और सुचारू बना रहा है।महापौर ने रानी अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी जन्मवर्ष स्मृति को नमन करते हुए उन्हें एक जननायिका बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति और सबका साथ, सबका विकास की भावना पूज्य अहिल्याबाई के युग से ही प्रेरित रही है। अहिल्याबाई ने न केवल धार्मिक स्थलों का निर्माण कराया, बल्कि गरीबों और निर्बलों के लिए न्याय और संवेदना का उदाहरण भी प्रस्तुत किया।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने अपने भाषण में महापौर सुषमा खर्कवाल और पार्षदगण को बधाई देते हुए नगर निगम के कार्यों की सराहना की। उन्होंने महिलाओं की ऐतिहासिक भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं का नेतृत्व हमेशा अग्रणी रहा है। उन्होंने अनुच्छेद 370, कॉमन सिविल कोड और राम मंदिर निर्माण जैसे सरकार के निर्णयों को विकास और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बताया।नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने नगर निगम द्वारा किए जा रहे स्वच्छता और नवाचार कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महापौर के नेतृत्व में नगर निगम ने प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को व्यवहार में उतारा है। लखनऊ अब रक्षा उपकरण निर्माण में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है, और कचरे को संसाधन में बदलने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हो रहा है।राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने नगर निगम के समर्पण और पारदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि महापौर ने समर्पण और नेतृत्व का नया मानक प्रस्तुत किया है। उन्होंने रानी अहिल्याबाई होलकर की स्मृति को चिरस्थायी बनाने की आवश्यकता जताई और लखनऊ के निरंतर विकास की कामना की।वरिष्ठ नेता नीरज सिंह और भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने नगर निगम की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए महापौर और सभी पार्षदों को बधाई दी। उन्होंने रानी अहिल्याबाई होलकर की सामाजिक दृष्टि और करुणा को आज के नेतृत्व के लिए प्रेरणास्रोत बताया।इस अवसर पर नगर निगम के सभी जोनों के पार्षदों को प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। मानकनगर वार्ड के पार्षद रंजीत सिंह को उनके विशिष्ट जनसेवा कार्यों, विशेषकर गोमती नदी की सफाई, कोविड काल में अंतिम संस्कार सेवा, और मूर्तियों के विधिपूर्वक विसर्जन जैसे योगदानों के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का समापन नगर आयुक्त गौरव कुमार के प्रेरणादायक वक्तव्य और राष्ट्रगान के साथ हुआ। उन्होंने इस आयोजन को जनसेवा के लिए प्रेरणा देने वाला क्षण बताया और कहा कि लखनऊ नगर निगम आने वाले वर्षों में भी इसी समर्पण से कार्य करता रहेगा।यह कार्यक्रम केवल एक प्रशासनिक रिपोर्ट या सम्मान समारोह नहीं था, बल्कि यह लखनऊ नगर निगम की दो वर्षों की यात्रा का एक प्रेरक दस्तावेज बना, जिसने यह संदेश दिया कि जब जनप्रतिनिधि, अधिकारी और नागरिक एक साथ आकर कार्य करें, तो शहर को स्वच्छ, सुंदर और आधुनिक बनाना केवल सपना नहीं, साकार यथार्थ होता है।

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