लाइव सत्यकाम न्यूज,लखनऊ :अदानी पावर के साथ बिडिंग रूट के 1500 मेगावाट बिजली रुपया 5-38 प्रति यूनिट में खरीदने का जो कैबिनेट ने प्रस्ताव किया पास वह उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं के लिए घाटे का सौदा इस परियोजना में फिक्स कास्ट रुपया 3.72प्रति यूनिट 25 सालों तक बराबर ही रहेगी घटना का सवाल ही नही।
उपभोक्ता परिषद इस परियोजना पर पहले ही कर चुका था खुलासा की अदानी का टेंडर अक्टूबर 2024 में खुला उन्होंने बी0एच0ई0एल को टरबाइन मशीन का आर्डर जून 2024 में ही दे दिया था उनके पास ऐसी दूरबीन जिससे वह देख लेते हैं या टेंडर उन्हें ही मिलेगा पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच करना जरूरी।
असंवैधानिक रूप से 42 जनपदों का निजीकरण का मसौदा तैयार करने वाली ग्रांट थ्रोनटन पहले ही अडानी के साथ कर चुकी है काम और उसके एक्सपर्ट कर रहे हैं कार्य आने वाले समय में पूर्वांचल को निजीकरण के पश्चात अदानी खरीदने की इच्छुक वहां के उपभोक्ता महंगी बिजली के रहे लिए रहे तैयार।
उत्तर प्रदेश में निजीकरण का मसौदा तैयार करने वाला असंवैधानिक रूप से नियुक्त ग्रंथ फ्रंटल इसके ज्यादातर एक्सपर्ट या तो अडानी के साथ कार्य कर रहे हैं या तो कर चुके हैं खुलासा उपभोक्ता परिषद पहले ही कर चुका है अब आज उत्तर प्रदेश की कैबिनेट में वेडिंग रूट के 800 मेगावाट के दो इकाइयों 1600 मेगावाट तापीय पावर परियोजना से कुल 1500 मेगावाट बिजली रुपया 5.38 प्रति यूनिट में खरीदने के लिए न्यूनतम विड को प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने स्वीकार किया। सबसे बड़ा चौंकाने वाला मामला आया है कि प्रदेश सरकार ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया कि याबिडिंग रूट का प्रोजेक्ट जिस नियम के तहत है उसमें 25 सालों तक जो फिक्स कॉस्ट रुपया 3.727 प्रति यूनिट है उसमें गिरावट होने की संभावना बहुत कम है वह बराबर रहेगी जो उत्तर प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के लिए बहुत घाटे का सौदा है या कहना बिल्कुल सही है कि अदानी जो पूर्वांचल के निजीकरण के पश्चात नई बिजली कंपनी को खरीदना चाहते हैं वहां के विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली दरें आने वाले समय में बढ़ना तय है यदि अदानी अपने कार्यक्रम में सफल हुए तो। अदानी पावर के पास कौन सी ऐसी दूरबीन है की टेंडर उनका अक्टूबर में खुला और उन्होंने टरबाइन मशीन का आर्डर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड भेल (बी0एच0ई0एल) कोजून 2024 में ही दे दिया इसका मतलब कहीं ना कहीं पूरे मामले की सीबीआई से जांच करने की आवश्यकता है।